बुंदेली उत्सव: चौथा दिन
अश्वनृत्य में चंद्रभान सज्जा में बिहारी ने मारी बाजी
बुलंदशहर ने हरियाणा को हराकर जीता कबड्डी का फाइनल
लोगों ने चखा बुंदेलखंड का स्वाद
छतरपुर। पर्यटक ग्राम बसारी में चल रहे 24वें बुंदेली उत्सव के अंतर्गत बुंदेली कलाओं और खेलों के साथ-साथ बुंदेली व्यंजनों का आनंद भी देखने को मिला। चौथे दिन बुंदेली उत्सव की सबसे आकर्षक प्रतियोगिता अश्वनृत्य का आयोजन हुआ जिसमें दूर-दूर से आए घुड़सवारों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अश्वनृत्य प्रतियोगिता को तीन श्रेणियों में आयोजित किया गया था। अश्वनृत्य श्रेणी में मऊरानीपुर के चंद्रभान यादव का घोड़ा अपने नृत्य से निर्णायकों का ध्यान आकर्षित करने में कामायाब रहा और उसे पहला स्थान हासिल हुआ। इसी श्रेणी में दूसरे स्थान पर ग्राम खैरी निवासी उत्तम सेन एवं गंज निवासी रविंद्र पाल रहे। घुड़सवार सज्जा एवं घोड़े की सज्जा में गंज के बिहारी पाल ने बाजी मारी तो वहीं घुड़सवार सज्जा के दूसरे स्थान पर रामदीन यादव पिपरिया एवं घोड़े की सज्जा प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर कल्याण सिंह ग्राम सैला रहे।
चौथे दिन की प्रतियोगिताओं में महाराजपुर विधायक नीरज दीक्षित, बड़ामलहरा विधायक प्रद्युम्र सिंह एवं जाने-माने उद्योगपति अजय पाल सिंह राव साहब बतौर अतिथि शामिल हुए। उक्त अतिथियों ने कहा कि बुंदेली विकास संस्थान द्वारा आयोजित यह अनूठा कार्यक्रम बुंदेलखंड की कला को दुनिया तक पहुंचाने का माध्यम बन रहा है। उन्होंने इस उत्सव के सफल आयोजन के लिए बुंदेली विकास संस्थान के संरक्षक पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा के प्रयासों की सराहना की।
कबड्डी में जीता बुलंदशहर
बीती शाम पर्यटक ग्राम बसारी के राव बहादुर सिंह स्टेडियम में अंतर्राज्जीय पुरुष वर्ग कबड्डी प्रतियोगिता का भी समापन हुआ। फाइनल मुकाबला बुलंदशहर और हरियाणा के बीच खेला गया। बुलंदशहर ने हरियाणा को शिकस्त देते हुए खिताब को अपने नाम कर लिया।
बरा, ठडूला के स्वाद ने सबको लुभाया
बुधवार को बुंदेली उत्सव के अंतर्गत बुंदेली व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें छतरपुर जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से आईं महिलाओं ने अपने हाथ से बनाए बुंदेली व्यंजन जनता के सामने परोसे। महिलाओं ने बरा, ठड़ला, मुरका, कढ़ी, गुलगुला, मालपुवा जैसे बुंदेली व्यंजन जब जनता के सामने परोसे तो लोग उंगलियां चाटते रह गए।
आधा दर्जन फिल्मों का हुआ प्रदर्शन
बुंदेली उत्सव के माध्यम से बुंदेली सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय बुंदेली फिल्मों का प्रदर्शन भी उत्सव के दौरान किया गया। जिसमें, दूसरे दिन नौगांव के निर्देशक आदित्य परमार की फिल्म शह और मात बसारी के निर्देशक कंदू रैकवार की फिल्म घर में घुस गओ चोर, झांसी के निर्देशक आरिफ शहडोली की फिल्म फोक ऑफ बुंदेलखंड, मुरैना के विजय तिवारी की फिल्म पनहारी, झांसी के माता प्रसाद द्वारा निर्देशित फिल्म दद्दा सुधर गए का प्रदर्शन किया गया। बुंदेली विकास संस्थान के द्वारा उक्त फिल्मों के निर्देशिकों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।